सोमवार, 14 जून 2010

दोस्ती

सहजता की सीमा है  दोस्ती

बेशर्मी  की  हद   है  दोस्ती 
एक  दूसरे  के  अस्तित्व  को  खोजना  है  दोस्ती 
गुस्सा  लड़ाई  हँसना  हँसाना  है  दोस्ती 
जीवन  से  जादा  जीती  है  दोस्ती 
किसी  का  कन्धा  किसी  का  सर  है  दोस्ती 
खुशी  में  आंसू  और  गम  में  हँसी  है  दोस्ती  
रात  में  रौशनी  है  दोस्ती 
धूप  में  shower  है  दोस्ती 
प्यार  का  tower है  दोस्ती 
ना  जाने   क्या-क्या  है  दोस्ती 
अगर  एक  दोस्त  न  हो  तो   फिर  क्या  है  दोस्ती 
केवल  एक  भावहीन  शब्द  है  दोस्ती 

Thanks to all my “दोस्त” for making “दोस्ती” wrd special for me

1 टिप्पणी:

KHOJ

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