एक साथी अदद की तलाश है जारी,
जो सुने मुझे,
अपनी भी कहता जाये,
संग चले मेरे वो,
मेरे ही भावों में बहता जाये,
सवाल करे न समझदारी के,
जवाब मेरे समझ जाये,
मैं धुन में जिसकी रहू मग्न,
दिल दुविधा से बच जाये ,
किस्से कहानिया बुने हम हजार,
कोई न उनको समझ पाए,
खुशिया समेटे एक दूजे में ,
तन्हाई में भी हो हिस्सेदारी,
एक साथी अदद की तलाश है जारी....
जो सुने मुझे,
अपनी भी कहता जाये,
संग चले मेरे वो,
मेरे ही भावों में बहता जाये,
सवाल करे न समझदारी के,
जवाब मेरे समझ जाये,
मैं धुन में जिसकी रहू मग्न,
दिल दुविधा से बच जाये ,
किस्से कहानिया बुने हम हजार,
कोई न उनको समझ पाए,
खुशिया समेटे एक दूजे में ,
तन्हाई में भी हो हिस्सेदारी,
एक साथी अदद की तलाश है जारी....
बेहतरीन भाव ... बहुत सुंदर रचना....
जवाब देंहटाएंBahut Achchhe Dost
जवाब देंहटाएंsukria "sushma" ji
जवाब देंहटाएंEvam
Rajan bhai ji