बदलते हुए मौसमो की ये दुनिया
कभी गर्म तो
कभी सर्द होगी,
कभी बादलों से नहाएगी ये धरती,
तो कभी दूर तलक गर्द ही गर्द होगी,
फकत एक तुम ही नहीं हो,
यहाँ जो भी अपनी तरह सोचता है
ज़माने और जिंदगी की रंगत से खफा है।
हर एक जिंदगी नया तजुर्बा है,
दुनिया यही थी,
वही आज भी है,
यही कल भी रहेगी.........
काश......... ।
शुभकामनाओ के साथ,
आपका संपूर्ण ख़ुशी !!!!
कभी गर्म तो
कभी सर्द होगी,
कभी बादलों से नहाएगी ये धरती,
तो कभी दूर तलक गर्द ही गर्द होगी,
फकत एक तुम ही नहीं हो,
यहाँ जो भी अपनी तरह सोचता है
ज़माने और जिंदगी की रंगत से खफा है।
हर एक जिंदगी नया तजुर्बा है,
दुनिया यही थी,
वही आज भी है,
यही कल भी रहेगी.........
काश......... ।
शुभकामनाओ के साथ,
आपका संपूर्ण ख़ुशी !!!!
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